मनोरंजक कार्यक्रम
रफी शताब्दी:
सदाबहार आवाज जो जीवित है
रफी साहब के अंदाज और शैलियां
विरासत पर एक नज़र
श्री षणमुखानंद ललित कला और संगीत सभा एवं वर्ल्ड ऑफ मोहम्मद रफी फाउंडेशन ने महान गायक मोहम्मद रफ़ी के जादू को साझा करने के लिए 2024 के जनवरी से हर कैलेंडर महीने की 24 तारीख को एक शो प्रस्तुत किया है, जिसका 24 दिसंबर 2024 को शताब्दी जयंती के उपलक्ष्य में सामापन होने जा रहा है। शो में शैली, संगीत निर्देशकों, गीतकारों और अभिनेताओं की धुरी पर बहुमुखी विषय शामिल होंगे, जिनके लिए मोहम्मद रफी ने गाया है और प्रतिष्ठित षणमुखानंद ऑडिटोरियम, मुंबई द्वारा होस्ट किया जाएगा। शो में प्रसिद्ध पुरुष गायकों की प्रस्तुतियां होंगी। कार्यक्रमों में लोकप्रिय महिला गायिकाओं की उपस्थिति होगी, जो युगल गीतों में अपनी मधुर आवाज जोड़ेंगी। यह एक ऐसी घटना है जो सभी संगीत उत्साही लोगों के लिए एक अविस्मरणीय अनुभव होने का वादा करती है।
इसके अतिरिक्त, शनमुखानंद सभा कई सामाजिक पहलों द्वारा अंतहीन समय के लिए उनकी विरासत को बनाए रख रही है। गरीब के जीवन को प्रभावित करने और वंचितों के चेहरे पर मुस्कान लाने हेतु हमारी सभा गांव कोटला सुल्तान सिंह के पास उनके जन्मस्थान में व्यतीत किये गए उनके जीवन और समय पर एक स्थायी स्मारक स्थापित करके उनकी विरासत को अनंत काल तक जीवित रखने का प्रयास कर रही है। यह स्मारक अमृतसर, पंजाब और देश की आने सभी पीढ़ियों को मानव जीवन को समृद्ध बनाने में रफी के बहुमूल्य योगदान की याद दिलाएगा।
हालाँकि इस महान गायक की आवाज़ को दोबारा जीवित करना असंभव है, फिर भी गायक अपनी एकल और युगल परफॉरमेंस एवं गुणवत्तापूर्ण गायन के माध्यम से समान आभा लाने का भरपूर प्रयास करेंगे।
जनवरी।
24, 2024
से
दिसम्बर।
24, 2024
शताब्दी वर्ष के दौरान
होनवाले शो के लिए अनुसूची
शताब्दी वर्ष के दौरान
होनवाले शो के लिए अनुसूची
भारतीय संगीत के स्वर्णिम युग को फिर से जीने का यह अवसर न गवाऐं।
दिव्य रफ़ी
यदि आप हिंदी सिनेमा के सुनहरे युग के प्रशंसक हैं, तो आपके लिए यह एक बेहतरीन अवसर है महान गायक मोहम्मद रफ़ी और हिन्दी फिल्म जगत को आकार देने वाले अभिनेताओं के कुछ चुनिंदा गीतों का आनंद लेने का। आप एकल और युगल की भावपूर्ण धुनों का आनंद ले सकते हैं और लोकप्रिय कव्वालियों, भारी कोरस आधारित एकल और युगल गीत, और रफी द्वारा मन्ना डे, किशोर कुमार और तलत महमूद के साथ पुरुष युगल की भी सराहना कर सकते हैं। इन गीतों में श्रोताओं के बीच मन की जागरूकता है और अक्सर रेडियो और टेलीविजन पर बजाये जाते हैं| इनमें से कुछ गाने शम्मी कपूर, देव आनंद, दिलीप कुमार, राजेंद्र कुमार, प्रदीप कुमार, संजीव कुमार और राज कुमार जैसे प्रतिष्ठित सितारों पर फिल्माए गए हैं।
चाहे आप पुरानी यादों को ताज़ा करना चाहते हों या पहली बार क्लासिक्स की खोज करना चाहते हों, ये गाने निश्चित रूप से लोकप्रिय गायकों, श्रीकांत नारायण, अनिल बाजपेयी, प्रसन्न राव, सर्वेश मिश्रा, राणा चटर्जी, मोहम्मद असलम की खूबसूरत प्रस्तुतियों के साथ आप पर प्रभाव डालेंगे। , जुगल किशोर, सौरव किशन और अन्य के साथ-साथ प्रसिद्ध महिला कलाकारों जैसे संगीता, प्राजक्ता, नीलिमा, प्रीति और अन्य का युगल समर्थन।
जावेद अली का एक विशेष प्रदर्शन भी निर्धारित है।
इसके अलावा, प्रसिद्ध इबादत फाउंडेशन ‘रफ़ी एक कवि अनेक’ थीम पर विभिन्न गीतकारों पर केंद्रित अपनी संगीत प्रतिभा का प्रदर्शन करेगा, जिन्होंने रफ़ी के लिए अपने गीत लिखे हैं।
डाउनलोड करके सुनने या स्क्रीन पर देखने की तुलना में लाइव प्रदर्शन देखना एक अवर्णनीय अनुभव है।
24 दिसंबर, 2023
- रफ़ी जन्म शताब्दी समारोह और श्री षण्मुखानंद ललित कला और संगीत सभा द्वारा की गई सामाजिक पहल पर डॉ वी शंकर का मुख्य भाषण।
- भारत सरकार के डाक विभाग द्वारा विशेष कवर का विमोचन।
- लाइव ऑर्केस्ट्रा के साथ लोकप्रिय गायकों द्वारा रफ़ी के तीन दशकों से अधिक के करियर को श्रद्धांजलि।
स्थान: श्री षण्मुखानंद चन्द्रशेखरेन्द्र सरस्वती सभागार
समय: शाम 06:00 बजे IST
वैश्विक और स्थानीय ग्राहक के लिए लाइव स्ट्रीमिंग उपलब्ध है जो ऑडिटोरियम शो में भाग लेने में असमर्थ हैं|
आसमान से आया फरिश्ता |
24 फरवरी, 2024
इस शो की विशेषताएं:
शम्मी कपूर और देव आनंद पर फिल्माए गए प्रसिद्ध एकल और युगल गीत
रफी ने शम्मी कपूर के लिए सबसे ज्यादा गाने गाए हैं जो विभिन्न मूड को दर्शाते हैं। सदाबहार देव आनंद ने मोहम्मद रफी की कई हिट फिल्मों को पर्दे पर उतारा है। यह शो इन दो दिग्गजों के लिए रफी के सर्वश्रेष्ठ गीतों को प्रदर्शित करने वाले दर्शकों के लिए एक संगीतमय मनोरंजन होगा।
राजसी रफी
शो में प्रसिद्ध गायक द्वारा रचित अलग-अलग प्रकार के गानों का संग्रह प्रस्तुत किया जाएगा जो कि फिल्म जगत के विभिन्न कलाकारों जैसे हैंडसम धर्मेंद्र, आकषर्क एवं बेहतरीन डांसर जितेंद्र, रॉमेंटिक बिश्वजीत और रहस्यमयी जॉय मुखर्जी पर फिल्माएं गए हैं| शो में खुशी भरे सदा सदाबहार नगमें, पैरों को थिरकने पर मजबूर करने वाले मशहूर गीतों से लेकर मनमोहक धुनें और दार्शनिक, भावुक और आध्यात्मिक संगीत शामिल हैं|
सभी कार्यक्रमों में से एक शो विशेष रूप से जाने माने एवं कम ज्ञात संगीत लेखकों और मोहम्मद रफी के गहन गायन गुणों पर केंद्रित है कि रफी साहब किस तरह अपनी बहुमुखी आवाज से लेखकों के शब्दों को जीवित कर देते थे| इनमें सभी जाने माने एवं कमज्ञात संगीत लेखक शामिल हैं|
मशहूर रफी
मोहम्मद रफ़ी को उनकी 44वीं बरसी पर विनम्र श्रद्धांजलि देने के साथ इस तिमाही की शुरुआत की जाएगी| इस अवसर पर रफी साहब की सबसे यादगार धुनों को शामिल किया जाएगा।
इसके बाद 77 वें स्वतंत्रता दिवस समारोह के अवसर पर देशभक्ति विषयों पर शो किया जाता है। मोहम्मद रफी ने स्वतंत्रता की भावना को बनाए रखने के लिए कुछ यादगार एकल और युगल प्रस्तुत किए हैं। उनके गीतों का मंत्रमुग्ध कर देने वाला प्रभाव हर भारतीय में राष्ट्र और उसके सशस्त्र बलों के लिए गर्व का संचार करेगा।
इसके अलावा 77वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर देशभक्ति से प्रेरित कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। यह आपके कानों के लिए एक दावत होगी।
अमर रफ़ी
कार्यक्रम की अंतिम तिमाही में विभिन्न प्रकार के जानेमाने और कम ज्ञात संगीत निर्देशकों के साथ उनके द्वारा निर्मित गीतों से मोहम्मद रफ़ी की अतुलनीय प्रतिभा का पता चलता है – जो मोहम्मद रफ़ी के गीतों को इतिहास के पन्नों में अमर बनाती है।
यह शो उनकी गायकी की बहुमुखी प्रतिभा को दर्शाएंगे, जो हर तरह की भावनाओं को व्यक्त करती हैं जिनका अनुभव हम सभी करते हैं।
आज भले ही रफी साहब हमारे बीच नहीं है परन्तु उनके गाए हुए अनेकों गीत, उनकी सुरीली आवाज सदैव हमें ईस महान कलाकार की याद दिलाती रहेगी| हमें उनके कई गैर-फिल्मी गीतों में से एक पंक्ति गुनगुनाने का मन करता है…
पाँव पडुं तोहे श्याम, ब्रिज में लौट चलो…