अद्यतन घोषणाएँ
जहां शब्द विफल होते हैं, संगीत बोलता है।
हम बातचीत में विश्वास करते हैं।
बातचित सुनने के साथ-साथ सुनाने की भी कला है| – विलियम हैज़लिट – अंग्रेजी निबंधकार।
यह पृष्ठ निश्चित रूप से एक समय-समय पर होनेवाली दोतरफा बातचीत पर केंद्रित है। हम आपको शताब्दी समारोह की प्रगति के बारे में अपडेट करते रहेंगे और यदि आप रफी साहब पर कुछ दिलचस्प किस्सा साझा करना चाहते हैं, तो हमें आपसे सुनने में बहुत खुशी होगी। आपको मेल contact@raficentenary.com का उपयोग करके साझा करने के लिए आमंत्रित किया जाता है और हम प्रामाणिक पाए जाने पर उचित मॉडरेटिंग के बाद लेखक के नाम और स्थान के साथ लेख प्रकाशित करेंगे।
इसलिए देखते रहें और सक्रिय रूप से भाग लें …
हमारा वादा
24 मई 2024
वॉयस ऑफ द मिलेनियम
इस शो की विशेषताएं:मोहम्मद रफ़ी के चुनिंदा एकल और युगल और उनकी आवाज़ की समृद्धि को दर्शाते हैं।
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सफलता की मंजिल पर और एक कदम
भारत सरकार के इस सार्थक प्रयास के लिए हम उनका आभार व्यक्त करते हैं
भारत सरकार के वित्त मंत्रालय, आर्थिक मामलों के विभाग, सिक्का और मुद्रा प्रभाग ने दिवंगत महान गायक पद्मश्री मोहम्मद रफी साहब की शताब्दी के अवसर पर एक स्मारक सिक्का जारी करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।
प्रस्तावित मूल्य सरकारी निर्धारित मूल्य से लगभग 10% अधिक है। इसमें भारत सरकार के डाक विभाग द्वारा जारी विशेष कवर और रफी साहब का विशेष रूप से तैयार किया गया रंगीन पोस्टकार्ड भी शामिल है।
ये स्मारक चांदी के सिक्के, विशेष आवरण और मनमोहक रंगीन पोस्टकार्ड स्वर सम्राट, स्वर्गीय मोहम्मद रफ़ी साहब की अविस्मरणीय विरासत के अमूल्य स्मृति चिन्ह हैं। चूंकि उपलब्ध मात्रा सीमित है, इसलिए इसे फर्स्ट कम आधार पर पेश किया जाएगा। इच्छुक लोग ऑनलाइन भुगतान कर सकते हैं और अपना पता, टेलीफोन नंबर आदि का पूरा विवरण दे सकते हैं।
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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न और उत्तर
आज भले ही रफी साहब हमारे बीच नहीं है परन्तु उनके गाए हुए अनेकों गीत, उनकी सुरीली आवाज सदैव हमें ईस महान कलाकार की याद दिलाती रहेगी| हमें उनके कई गैर-फिल्मी गीतों में से एक पंक्ति गुनगुनाने का मन करता है…
पाँव पडुं तोहे श्याम, ब्रिज में लौट चलो…